गर वो मिले तुमसे कभी, तो पूछना इक बात मेरी
क्या याद हूं अब भी उन्हें, क्या उनको सताती याद मेरी
पूछना क्या याद है, मेरी बातों पर मुस्कुराना
पूछना क्या याद है, कुछ भी कह कर खिलखिलाना
पूछना क्या याद है, रातों को यूं ही जागना
चांद को यूं देखना, जैसे खुद का भागना
पूछ लेना ऐ हवा, क्या बाल अब भी उलझते सदा
पूछ लेना ऐ हवा, क्या सवाल अब भी सुलझते सदा
कहना उनसे आश है, विश्वास है मुझको अभी
लौट कर वो आएंगे, मुझसे कहेंगे वो तभी
मिस्टर तुम्हारे प्रेम के, प्यासे हैं मेरे रैन सारे
राह अब भी तक रहे, प्रेम वाले नैन सारे
मुझको बाहों में भरो, कैद खुद हो जाऊंगी
तुम बनो पतवार मेरी, नाव मै बन जाऊंगी
मै तुम्हारी हूं सदा, सुनने को मै बेचैन हूं
उसके बिना मै बस वही, अमावस की काली रैन हूं
पूछना बस हे पवन, क्या याद है मेरा कहा
तुम गए तो सब गया, बस मै ही अब तन्हा रहा
ऐ सुनहरी सी हवा, इक आखिरी पैगाम देना
ज्योति उनके लिए जलेगा, उनको ये मेरा नाम देना
हो सके तो देख लो, हाल मेरा जो कहोगे
कहना कि तुम मेरे रहे हो, और बस मेरे रहोगे
।। ज्योति प्रकाश राय ।।
क्या याद हूं अब भी उन्हें, क्या उनको सताती याद मेरी
पूछना क्या याद है, मेरी बातों पर मुस्कुराना
पूछना क्या याद है, कुछ भी कह कर खिलखिलाना
पूछना क्या याद है, रातों को यूं ही जागना
चांद को यूं देखना, जैसे खुद का भागना
पूछ लेना ऐ हवा, क्या बाल अब भी उलझते सदा
पूछ लेना ऐ हवा, क्या सवाल अब भी सुलझते सदा
कहना उनसे आश है, विश्वास है मुझको अभी
लौट कर वो आएंगे, मुझसे कहेंगे वो तभी
मिस्टर तुम्हारे प्रेम के, प्यासे हैं मेरे रैन सारे
राह अब भी तक रहे, प्रेम वाले नैन सारे
मुझको बाहों में भरो, कैद खुद हो जाऊंगी
तुम बनो पतवार मेरी, नाव मै बन जाऊंगी
मै तुम्हारी हूं सदा, सुनने को मै बेचैन हूं
उसके बिना मै बस वही, अमावस की काली रैन हूं
पूछना बस हे पवन, क्या याद है मेरा कहा
तुम गए तो सब गया, बस मै ही अब तन्हा रहा
ऐ सुनहरी सी हवा, इक आखिरी पैगाम देना
ज्योति उनके लिए जलेगा, उनको ये मेरा नाम देना
हो सके तो देख लो, हाल मेरा जो कहोगे
कहना कि तुम मेरे रहे हो, और बस मेरे रहोगे
।। ज्योति प्रकाश राय ।।
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