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Showing posts from January, 2022

विजय रस

 हिंदुस्तां के सरहद पर जब देश का वीरा बोलेगा लहरायेगा गगन तिरंगा मन मस्त मगन हो डोलेगा सूर्य देव के किरणों से रग-रग में तेज समायेगा भारत माता का जयकारा बच्चा-बच्चा दोहरायेगा देश द्रोहियों घुसपैठों का पुर्जा - पुर्जा खोलेगा हिंदुस्तां के सरहद पर जब देश का वीरा बोलेगा भ्रष्टाचारी गद्दारों अब अंतिम चरण तुम्हारा है अंत हुआ त्रैलोक विजेता श्री राम प्रभू ने मारा है सुनो कमलनयन अब अपनी पंखुड़िया खोलेगा हिंदुस्तां के सरहद पर जब देश का वीरा बोलेगा आजादी की चाहत में जिस जिस ने प्राण गवाये हैं याद उन्हें भी कर लो जो जीवित ना रह पाए हैं देश के खातिर अडिग रहेंगे हृदय कभी ना डोलेगा हिंदुस्तां के सरहद पर जब देश का वीरा बोलेगा जलिया वाला बाग देख कर मन में रोष उभरता है देख देश की आजादी पल भर में जोश निखरता है तब आजादी के प्यालों में ज्योति विजय रस घोलेगा हिंदुस्तां के सरहद पर जब देश का वीरा बोलेगा ज्योति प्रकाश राय भदोही उत्तर प्रदेश