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Showing posts from May, 2022

निबंध

विषय- राजा राम मोहन राय का आंदोलन, सामाजिक शोधन की कसौटी राजा राम मोहन राय ने सामाजिक सुधार के लिए कई कदम उठाए और आंदोलन भी किए जिनमें मुख्यतः पाँच आंदोलनों के चलते समाज को एक नई दिशा मिली और भारत देश को प्रगति करने का अवसर प्राप्त हुआ। आंदोलन 1- बाल विवाह राजा राम मोहन राय ने कई वर्षों से चली आ रही बाल विवाह की प्रथा को कुप्रथा साबित कर उसका विरोध किया और बाल विवाह का शिकार होने वाली स्त्री जाति के रक्षक बन समाज में महिलाओं को उनका अधिकार दिलाने में सहायक बनें। 2- मूर्ति पूजा राजा राम मोहन राय घर में पूजा पाठ होते अक्सर देखा करते थे किन्तु उन्हें कभी ईश्वर के स्पष्ट दर्शन नहीं होने के कारण ही वो अलग अलग मूर्तियों में एक ही ईश्वर को देख पाना गलत समझते थे और यही कारण था कि उन्होंने मूर्ति पूजा का विरोध किया था।  3- बहु विवाह राजा राम मोहन राय दूर दृष्टि वाले महान व्यक्ति थे जिन्होंने भारत देश में चारों ओर फैलते अंधकार को देखा और कई कुप्रथाओं में से एक बहु विवाह को समाप्त करने पर जोर दिया (विरोध किया)। बहु विवाह एक ऐसी प्रथा थी जिसमें कोई भी व्यक्ति चाहे वह स्त्री हो या पुरुष एक से अधिक

पानी

 हो गई बंजर ज़मी और आसमां भी सो रहा पानी नही अपने यहाँ हाय यह क्या हो रहा युगों युगों से देश में होती नही थी यह दशा व्यर्थ जल बहाव में आज आदमी आ फसा पशु पक्षियों में शोर है संकट बहुत घनघोर है देखे नही फिर भी मनु लगता अभी भी भोर है बूंद भर पानी को व्याकुल बाल जीवन हो रहा पानी नही अपने यहाँ हाय यह क्या हो रहा उनको नही है पता जिनके यहा सुविधा भरी देख ले कोई उन्हे खाली है जिनकी गागरी बहे जहा अमृत की गंगा यमुना नदी की धार है उस नगर उस क्षेत्र में भी पेय जल में तकरार है सो गई इंसानियत रुपया बड़ा अब हो रहा पानी नही अपने यहाँ हाय यह क्या हो रहा अब भी नही रोका गया व्यर्थ पानी का बहाना होगा वही फिर देश में जो चाहता है जमाना संदेश दो मिल कर सभी पानी बचाना पुण्य है पानी नही यदि पास में तो भी ये जीवन शून्य है पानी बचे जीवन बचे ज्योति उज्ज्वल हो रहा ईश्वर करे आगे ना हो व्यर्थ जो कुछ हो रहा ज्योति प्रकाश राय भदोही, उत्तर प्रदेश