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भारत माता की जय बोल

रटते- रटते विश्वास बढ़ा है,भारत माता की जय बोल
बढ़ते बढ़ते आकाश चढ़ा है,भारत माता की जय बोल

सत्य अहिंसा के पथ से, सीख मिली है भक्ती की
इंकलाब के नारों से, पहचान मिली है शक्ती की

जानों अपने देश की गाथा, आजादी के नारों को
प्रतिशोध लक्ष्य में उधम सिंह, गोली मारी हत्यारों को

इंसाफ मिला शहीद कुआं को, भारत माता की जय बोल
मिट गया आज था धुआं धुआं, भारत माता की जय बोल

गुलाम देश आजाद कराने, बच्चा - बच्चा टकराया था
सुखदेव,गुरु,आस्फाक़,भगत ने,अपना परचम लहराया था

देश की नारी शक्ति को, अंग्रेजो ने शीश झुकाया था
रानी लक्ष्मीबाई ने, तलवार स्वयं लहराया था

अमर वीरांगना नारी है, भारत माता की जय बोल
झांसी की गरिमा भारी है, भारत माता की जय बोल

देशभक्ति के कर्तव्यों को, सीखो और सिखाना तुम
घर में नौनिहाल बच्चों को, आजादी की बात बताना तुम

शास्त्री,तिलक,जवाहर,गांधी, लड़े सत्य की गंगा पर
मंगल,आजाद, बोस मिट गए, लहरें जो इसी तिरंगा पर

आओ मिलकर सम्मान करें, भारत माता की जय बोल
हम देशभक्ति गुणगान करें, भारत माता की जय बोल

।। ज्योति प्रकाश राय ।।

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देवी माँ की आरती

 तुम्ही हो दुर्गा तुम्ही हो काळी तुम ही अष्टभुजाओं वाली तुम ही माता भारती,है आरती है आरती, है आरती..........  पड़ा कभी जब कष्ट से पाला तुमने आ कर हमें सम्हाला जब भी तुमको याद किया माँ तुमसे जब फरियाद किया माँ हो कष्ट सभी तुम टाराती, है आरती है आरती, है आरती............ हिंगलाज में तुम्ही हो मइया पालनहार और तुम्ही खेवइया रक्तबीज को तुम्ही संहारा भैरव को तुमने ही उबरा तुम ही सबको सँवारती, है आरती है आरती, है आरती...........  पहली आरती मणिकर्णिका दूसरी आरती विंध्याचल में तिसरी आरती कड़े भवानी चौथी आरती माँ जीवदानी पाँचवी यहाँ पुकारती, है आरती है आरती, है आरती.............. कहे ज्योति हे शैल भवानी अरज सुनो दुर्गा महारानी विपदा सबकी पल में हर लो दया दृष्टि हम पर भी कर लो मेरि आँखें राह निहारती, है आरती है आरती, है आरती..........।। ज्योति प्रकाश राय भदोही, उत्तर प्रदेश

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