इस भजन में कुल 50 बार राम शब्द का प्रयोग किया गया है। यदि एक बार राम राम बोलने से 108 मनकों की माला फेरने का पुण्य प्राप्त होता है तो इस भजन में कुल 25 बार राम राम बोलने का सौभाग्य प्राप्त होता है। जिसका अर्थ यह है कि, 25×108=2700
इस प्रकार यह भजन दिन में चार बार भजने से 04×2700=10800 मनकों का जाप हो जाता है। जो एक मनुष्य को 10800 बार ईश्वर का स्मरण करने के बराबर है। ( वैज्ञानिक विधि से एक स्वस्थ मनुष्य 24 घण्टे में 21600 बार स्वास लेता है, जिसमें वह 12 घण्टे दिनचर्या में व्यतीत कर देता है। इसलिए 10800 बार जप कर पाना संभव नही है इसलिए दो शून्य हटा कर 108 मनकों का जप करना पवित्र और पुण्य माना गया है। इसलिए इस भजन को चार बार कहने मात्र से 10800 मनकों का जप सरलता से संभव हो जाएगा।
राम राम रटता है राम राम करता है
फिर भी न मानता है राम तेरे मन में
राम राम कहता है राम राम सुनता है
फिर भी न जानता है राम हैं भजन में।।
राम राम धुन प्यारे राम राम सुन प्यारे
राम नाम बसा सारे जन के नयन में।।
राम राम द्वेष नही राम राम क्लेश नही
राम नाम मिलता है धनी के सयन में।।
राम राम शीतल जल राम राम पावन थल
राम राम जपे जोगी राम के लगन में।।
राम राम राम राम राम राम राम राम
राम राम भक्त रहे राम के मगन में।।
राम राम मंथन राम राम सुमिरन
राम राम माला फेरे सबरी अंगन में।।
राम राम पशु बोले राम राम पंछी बोले
राम राम ब्रह्मा जी के सूक्ष्म सृजन में।।
ज्योति प्रकाश राय
भदोही, उत्तर प्रदेश
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