लड़का
जाने कवने कलम से भगिया लिखाइल
मिल के हम तोहरा से मिल नाही पाइल
हमारा पे तोहरा के केतना गुमान रहल
जाने न जाने दिल केतना नादान रहल
तोहरे जिनगिया के बिगारि हम आईल
मिल के हम तोहरा से मिल नाही पाइल
याद जब आवेला तोहरा मिलन हो
आँख भरि जाला करी का जतन हो
लागे ला अइसन जईसे नदी बा समाइल
मिल के हम तोहरा से मिल नाही पाइल
खुशिया मिले तोहके हमे मिली गम हो
राम करे तोहरा पे अइसन करम हो
गइल नाही हमसे पिरितीय निभाईल
मिल के हम तोहरा से मिल नाही पाइल
अँखिया से तोहरे न आवे कभो पानी
आज खत्म कइदेब आपन जिंदगानी
फिर से सुरतिया न तोहके देखाइल
मिल के हम तोहरा से मिल नाही पाइल
ज्योति प्रकाश राय
भदोही, उत्तर प्रदेश
लड़की
तोहरा के देखले से मिले ला सुकून हो
बिना तोहरे देहियाँ मे खून नाही खून हो
तोहरे ना रहले से हमसे ना रहाइल
मिल के हम तोहरा से मिल नाही पाइल
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