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Showing posts from October, 2024

हृदय दीप

 इस बार दिवाली पर हमको मन का तिमिर मिटाना है जग में दीप जले सो जले हृदयों में दीप जलाना है असहाय वृद्ध घर दीप जले और हृदय प्रेम से वंदन हो भूखे को भोजन, प्यासे को पानी तब ईश्वर अभिनंदन हो जागृत हो दया भाव सब में कुछ ऐसा कर के दिखाना है जग में दीप जले सो जले हृदयों में दीप जलाना है उत्सव होगा नगर - नगर और दीप जलाए जाएंगे चमकेगी हर गली - डगर भगवान बुलाये जाएंगे अवश्य मिलेंगे राम लखन पर शबरी भाव बढ़ाना है जग में दीप जले सो जले हृदयों में दीप जलाना है यदि सक्षम हो बरसात करो दिल से असमर्थ गरीबों पर उनका मन भी हो प्रसन्न खर्चो मत व्यर्थ अमीरों पर यदि सोना बनना है हमको तो पहले स्वयं तपाना है जग में दीप जले सो जले हृदयों में दीप जलाना है मिट जाए ईर्ष्या - द्वेष मिटे टुटे घमण्ड और क्लेश कटे सुखद सरल हो सबका जीवन पाप अंत अरु शेष कटे हे सरस्वती हे महालक्ष्मी हे गणनायक अब आना है जग में दीप जले सो जले हृदयों में दीप जलाना है ज्योति प्रकाश राय भदोही, उत्तर प्रदेश

करवा चौथ

 बना रहे सिंदूर मांग में रहे सलामत साजन चमके बिंदिया खनके चूड़ी पायल गूंजे आंगन टिमटिम करते सारे तारे आना नील गगन में चमक चांदनी शीतल छाया भरना आज बदन में जल्दी आना चन्द्र देवता सफल मनोरथ करना भूख लगे ना प्यास लगे सभी कष्ट खुद हरना दर्शन पा कर धन्य हो जीवन मन हर्षित हो मेरा नित नित शीश झुकाऊं ईश्वर नित हो नया सवेरा नही पले चित द्वेष भावना नही कभी हो क्रंदन जगमग जगमग ज्योति जले है प्रेम भाव से वंदन ज्योति प्रकाश राय भदोही, उत्तर प्रदेश

संघर्ष

संघर्ष सत्य को करना है यह दशमी पर्व बताता है भारत भाग्य विधाता है और धर्म नीति समझाता है यह भी सत्य अवधपति श्री राम जगत के नायक थे पल में रावण वध करते इसमें सक्षम थे लायक थे ऋषियों मुनियों के आश्रम में अनभिज्ञ  बने ज्ञान मिला सरल स्वभाव मृदु वाणी से मान मिला सम्मान मिला नीति धर्म के सम्मुख कुछ उनकी भी जिम्मेदारी थी बस यही विवशता थी उनकी इसीलिए मति मारी थी नंगे पैरों चल - चल कर वन पंचवटी का वरण किए हो न कलंकित यह जीवन सिया अग्नि के शरण किए वन वन भटके ठोकर खाये बृध्दि शबरी से आस लगाए भालू वानर से किये मित्रता असुरों को फिर मार गिराये सत्य धर्म पर अडिग रहे इसलिए समुद्र में सेतु बना पाप अधिक था धरती पर बस उसे मिटाने हेतु बना रोये बिलखे मानव बन कर धीर अधीर हुए सब में सत्य धर्म पर खड़े रहे अमर हुए तब सब नभ में सत्य मार्ग पर चल कर ही मानव ज्योति जलाता है धर्म अधर्म पर भारी है यह राम चरित दर्शाता है संघर्ष सत्य को करना है यह दशमी पर्व बताता है भारत भाग्य विधाता है और धर्म नीति समझाता है ज्योति प्रकाश राय भदोही, उत्तर प्रदेश