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रास्ट्र गीत

राष्ट्र गीत

ऐ हिन्द के वीर जवानों अपनी ताकत को पहचानों

आ जाए अगर बैरी रण में तुम हार कभी मत मानों

ऐ हिंद के वीर जवानों ऐ हिंद के वीर जवानों


जिसे ओढ़ कर चढ़े भगत सिंह फाँसी वाले फंदे पर

कोशिश करना आंच न आए विजयी विश्व तिरंगे पर

तुममें कितनी ताकत है तुम आज बता दो दीवानों

ऐ हिंद के वीर जवानों ऐ हिंद के वीर जवानों


छोटे बच्चे जब जब बोले भारत मां का जयकारा

अपना भारत ऐसे चमके जैसे चमके ध्रुव का तारा

धरा गगन को एक करो तुम बो कर बीज किसानों

ऐ हिंद के वीर जवानों ऐ हिंद के वीर जवानों


देखे दुनिया शौर्य वतन का यह अपनी अभिलाषा हो

शान कभी ना झुकने पाए हर मन में यह आशा हो

है अपना अनमोल तिरंगा इसको सब पहचानों

ऐ हिंद के वीर जवानों ऐ हिंद के वीर जवानों


जहाँ हिमालय शीश उठाए अम्बर तक चढ़ जाता है

ऐसे भारत का विचार अपने संस्कृति पर इतराता है

कहे ज्योति तुम भी सीखो ऐ दुनिया भर के इंसानों

ऐ हिंद के वीर जवानों ऐ हिंद के वीर जवानों

ज्योति प्रकाश राय (भदोही, उत्तर प्रदेश) 

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