मजा जीत में भी है, मजा हार में भी है
मजा प्रीत में भी है, मजा प्यार में भी है !
मजा खेल में भी है, मजा जेल में भी है
मजा है तो महफ़िल है, मजा मेल भी है !
मजा स्वीकार में भी है, मजा इंकार में भी है
मजा इकरार में भी है, मजा इजहार में भी है !
मजा हमारे होठों से हो कर गुजरता है
मजा तुम्हारे कानों को छू कर संवारता है !
मजा किसी की नफरतों में भी होता है
मजा खुशियों में बिखरता है !
मजा तन्हाई में भी मिलता है, मजा गहराई में भी मिलता है
मजा कलियों को छूने में भी आता है, मजा फूलों में भी खिलता है !
मजा खुश रहने के अंदाज में है
बस ये जान लो, की मजा हर किसी के राज में है !!
!! ज्योति प्रकाश राय !!
मजा प्रीत में भी है, मजा प्यार में भी है !
मजा खेल में भी है, मजा जेल में भी है
मजा है तो महफ़िल है, मजा मेल भी है !
मजा स्वीकार में भी है, मजा इंकार में भी है
मजा इकरार में भी है, मजा इजहार में भी है !
मजा हमारे होठों से हो कर गुजरता है
मजा तुम्हारे कानों को छू कर संवारता है !
मजा किसी की नफरतों में भी होता है
मजा खुशियों में बिखरता है !
मजा तन्हाई में भी मिलता है, मजा गहराई में भी मिलता है
मजा कलियों को छूने में भी आता है, मजा फूलों में भी खिलता है !
मजा खुश रहने के अंदाज में है
बस ये जान लो, की मजा हर किसी के राज में है !!
!! ज्योति प्रकाश राय !!
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