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Showing posts from August, 2024

जागो जागो

 हद हो गइ अत्याचारों की इनमें हैवान समाया है ये बांग्लादेशी मुस्लिम हैं या मुस्लिम वाली काया है नोच रहे हैं कुत्ते बोटी बहन बेटियां भाग रही हैं छिप रही घरों के कोनों में रातों में भी जाग रही हैं जागो जागो कह कर के घर से बाहर निकल पड़े हैं इसी बहाने सभी दरिंदे हवस मिटाने मचल पड़े हैं चौराहों पर नग्न घुमाया जिसने चाहा उसने खाया शेख हसीना तुम्ही बताओ किसने सारा खेल रचाया है धिक्कार तुम्हारे जीवन पर तुम नर भक्षी मानव हो नही कुरान के ज्ञाता हो तुम दानव हो बस दानव हो जागो जागो कह देने से अब काम नही चलने वाला हाय हाय क्या करते हो दिल इनका नही बदलने वाला ये मुगलों के वंशज हैं अब सम्मुख इनके मत रोना मर्यादा शर्मसार हो जाए डर का बीज भी मत बोना तुम भी राणा के वंशज हो हो वीर शिवा के अनुयायी तन पर अपने भष्म लगाओ प्रगट करो काली माई जगदंब भवानी जाप करो कर में तलवार सम्हलो तुम सत्य सनातन डिगे नही अपना सम्मान बचा लो तुम अब बात शान की आई है परवाह नही अब जान बचे हिंदुत्व हमारा रहे सदा - सत्य - सनातन - सम्मान बचे देखे विश्व जगत तुमको हो संख्य करोड़ लड़ सकते हो जल्लादों का इन मुगलों का मस्तक मरोड़ लड़ सकत